JNV Admission 2025: देश में कुल 650 जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) हैं, जहां कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाती है। 31 मार्च 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, इन स्कूलों में 2,88,666 छात्र पढ़ रहे हैं। नवोदय विद्यालय में प्रवेश पाने के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है। इस परीक्षा के लिए जानकारी और आवेदन प्रक्रिया navodaya.gov.in पर उपलब्ध है।
JNV Admission 2025
जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश पाना आसान नहीं है। यहां ग्रामीण इलाकों में रहने वाले या आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है। इस स्कूल में शिक्षा पूरी तरह से मुफ़्त है, जिससे यह गरीब परिवारों के बच्चों के लिए बेहतर विकल्प है। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता अक्सर सोचते हैं कि क्या उनके बच्चों को भी नवोदय विद्यालय में दाखिला मिल सकता है।
JNV Admission Guidelines: क्या निजी स्कूल के बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन ले सकते हैं?
किसी भी पंजीकृत विद्यालय में पढ़ने वाला छात्र प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करके जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश पा सकता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि छात्र प्राइवेट स्कूल से है या सरकारी स्कूल से। प्रवेश के लिए एकमात्र शर्त यह है कि छात्र किसी मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ रहा हो।
JNV Student Transfer Policy: एक जवाहर नवोदय विद्यालय से दूसरे में ट्रांसफर कैसे मिलता है?
जवाहर नवोदय विद्यालय एक बोर्डिंग स्कूल है, जहां छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाता है। भारत की विविध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में एक विशेष माइग्रेशन योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत, कक्षा IX के लगभग 30% छात्रों को एक शैक्षणिक सत्र के लिए किसी अन्य भाषा जिले के नवोदय विद्यालय में स्थानांतरित किया जाता है। यह स्थानांतरण आमतौर पर भारतीय और गैर-भारतीय भाषाई क्षेत्रों के बीच होता है।
नवोदय विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक और भाषाई समन्वय को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि छात्र सर्वांगीण विकास कर सकें।